जींद, हरियाणा: हरियाणा के जींद जिले में धान की कटाई के बाद खेतों में पराली जलाने पर किसानों को जुर्माना लगाया गया है, जिसमें दो किसानों को 2500-2500 रुपए का जुर्माना किया गया है। इसके पीछे की वजह सैटेलाइट से आग की सूचना थी, और प्रशासनी टीमों ने इस पर कदम उठाया था। इसे बचाने के लिए किसानों की पहचान भी की जा रही है।
किसानों को जुर्माना:
- हरियाणा के जींद जिले में, उचाना क्षेत्र के गांव छात्तर में किसान अजय और सफीदों क्षेत्र के गांव शीलाखेड़ी में निवासी सुरेंद्र को उनके खेतों में पराली जलाने पर जुर्माना किया गया है।
- सैटेलाइट से मिली जानकारी के आधार पर, किसानों के खेतों में पराली जलाने की सूचना मिली थी, जिसके बाद प्रशासनी टीमें मौके पर छापा मारा था।
- इसके अलावा, एक और गांव पालवां में भी पराली जलाई गई थी, और वहां के किसानों की पहचान भी की जा रही है।
कृषि विभाग की योजनाएं:
- कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ. गिरीश नागपाल ने बताया कि जिले में फसल अवशेष प्रबंधन के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं।
- किसान अब इन योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं, जिनमें फसल अवशेष को प्रबंधित करने के लिए कृषि यंत्रों का उपयोग और स्ट्राबेलर मशीनों की व्यवस्था शामिल है।
- किसानों को इस योजना का पूरा लाभ उठाने के लिए कृपया कृषि विभाग के अधिकारियों से संपर्क करने का सुझाव दिया गया है।
किसानों को योजनाओं का लाभ उठाने का सुझाव:
- किसानों को इस योजना का लाभ उठाने के लिए, कृषि यंत्रों का उपयोग करके फसल अवशेष को मिट्टी में मिलाकर भूमि की उपजाऊ शक्ति को बढ़ावा दिया जा सकता है।
- स्ट्राबेलर मशीन से पराली की गांठें बनाकर सरकार द्वारा प्रति एकड़ पर दी जाने वाली एक हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि प्राप्त की जा सकती है।
- किसानों को ध्यान देने के लिए, फसल अवशेष प्रबंधन के लिए जुर्माने का प्रावधान भी है।
यह योजनाएं किसानों को फसल अवशेष प्रबंधन में मदद करने के लिए हैं, जिससे पराली जलाने के कार्य को सुरक्षित और प्रभावी बनाया जा सकता है।