crop insurance amount : हरियाणा में किसानों के लिए आचार संहिता लागू होने के बाद, जल्द ही फसल बीमा क्लेम की राशि किसानों के खातों में ट्रांसफर की जाने की संभावना है। आचार संहिता के लागू होने के बाद, हरियाणा के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और अन्य नेताओं ने इसकी घोषणा की है। इस स्वागत खबर के साथ ही, खेतिहर कार्यक्रमों पर आचार संहिता के प्रभाव के चलते कई सरकारी कार्यों पर भी असर पड़ा है। लेकिन फसल बीमा की राशि को जल्दी किसानों के खातों में ट्रांसफर करने का काम जोर-जोर से शुरू हो गया है।
इस संदर्भ में, हरियाणा के कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 5 अक्टूबर से 8 अक्टूबर के बीच, किसानों के लिए फसल बीमा क्लेम की राशि किसानों के खातों में ट्रांसफर करने का कार्यक्रम आयोजित किया गया है। किसानों को इसी साल की खरीफ 2022 और रबी 2022-23 की फसल के लिए बीमा योजना में शामिल किया जाएगा। इसके बाद, नुकसान की भरपाई की जाएगी, जिसमें किसानों की फसल के नुकसान के आधार पर राशि निर्धारित की जाएगी।
फसल बीमा कितना आएगा?
फसल बीमा की राशि की ताकतवर जांच के बाद, नुकसान के आधार पर फसल बीमा क्लेम की राशि निर्धारित की जाएगी। प्रत्येक जिले में अलग-अलग फसलों के नुकसान के आधार पर प्रति बीघा और प्रति हेक्टेयर की राशि तय की जाएगी।
फसल बीमा (crop insurance) के इस महत्वपूर्ण कदम के माध्यम से, सरकार किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने का प्रयास कर रही है और उन्हें आगे की खेती के लिए तैयारी में मदद करने का उद्देश्य है। यह सुनिश्चित करने में मदद करेगा कि किसानों को आने वाली फसल के लिए किसी प्रकार की आर्थिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
किसानों के लिए फसल बीमा की राशि को उनके खातों में जल्दी ट्रांसफर करने से, हरियाणा सरकार ने किसानों के लिए सुखमय और सुरक्षित खेती के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
फसल बीमा की राशि को किसानों के खातों में जल्दी डाल देने से, किसानों को आने वाली फसल के लिए कोई भी आर्थिक चिंता का सामना नहीं करना पड़ेगा और उन्हें खेती के प्रति और भी प्रोत्साहित करने में मदद मिलेगी।