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धान के भाव में जबरदस्त तेजी के आसार; सरकार द्वारा दी गयी इस राहत से मिलेगा फायदा

Mukesh Gusaiana
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Dhaan Ka Bhav: धान किसानों के लिए यह एक महत्वपूर्ण खबर है, क्योंकि सरकार ने गैर-बासमती धान की निर्यात को रोकने के उद्देश्य से Minimum Export Price (MEP) मूल्य को 1200 डॉलर से घटाकर 950 डॉलर कर दिया है। इस से बाजारों में धान के मूल्य में वृद्धि की उम्मीद है।

सोमवार को, मंत्री पीयूष गोयल ने वर्चुअल बैठक के माध्यम से इस निर्णय को दिलाया और इसके संबंध में नोटिफिकेशन जारी करने की पुष्टि की है।

बासमती चावल के MEP मूल्य को बढ़ा दिये जाने के कारण देश में बासमती के मूल्य में गिरावट आई थी और इसके परिणामस्वरूप भारत से निर्यात होने वाले चावल में कमी आने लगी थी।

इससे पड़ोसी देश पाकिस्तान ने उनके चावल की बाजार में अधिक कब्जा करना शुरू किया, क्योंकि उनके चावल कीमत हमारे चावल की कीमत से कम थी।

सरकार की तरफ से MEP मूल्य को कम किये जाने से किसानो को अच्छा लाभ होगा क्योकि निर्यातक धान खरीद में तेजी लाएंगे जिससे धान की मांग बढ़ने वाली है साथ में ही धान के रेट में भी अच्छी खासी बढ़ोतरी देखी जा सकती है।

इस साल बासमती के रेट 3000 के लगभग मिल रहे है जबकि इसी समय पिछले साल 3800 रु का भाव किसानो को बासमती का मिल रहा था MEP मूल्य में बढ़ोतरी के चलते निर्यात कम हुआ था जिससे मांग में कमी आने के चलते धान के रेट काफी निचे आ चुके है लेकिन अब किसानो को धान के अच्छे रेट मिलने की उम्मीद है सरकार की तरफ से MEP मूल्य को 1200 रु से 950 रु पर करने का निर्णय लिया गया है

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धान की खरीदारी हड़ताल खुलने के बाद से लगातार जारी है और धान की आवक भी निरंतर बनी हुई है। धान बासमती 1509 , धान 1121 , धान 1718 के रेट में तेजी दर्ज की गई है धान 1121 का रेट 4655 रु के लगभग अधिकतम रहा है और अभी MEP मूल्य कम होने के चलते सबसे अधिक सम्भावना 1121 एवं 1718 धान में है इसकी मांग सबसे अधिक होने की संभावना है क्योकि इनका MEP मूल्य लगभग निर्यात मूल्य के करीब है

हरियाणा एवं पंजाब राज्य ऐसे दो राज्य है जहा पर धान का सर्वाधिक उत्पादन होता है वैसे तो देश में 7 राज्य है जहा बासमती को GI टैग मिला हुआ है लेकिन हरियाणा एवं पंजाब दो प्रमुख सूबे है जहा बासमती का सर्वाधिक उत्पादन होता है ऐसे में किसानो को MEP मूल्य के बढ़ने के चलते बासमती धान के रेट निचे आने शुरू हो गए थे और किसानो को काफी नुकसान होने लगा था जिसके चलते किसान संघठन एवं निर्यातक वर्ग रोष में थे और सरकार से खफा भी थे ऐसे में सरकार ने उनको MEP में राहत दी है

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मुकेश गुसाईंना (Mukesh Gusaiana) झलको हरियाणा में सीनियर एडिटर और इसके सस्थापक हैं. डिजिटल मीडिया में 9 साल से काम कर रहे हैं. इससे पहले किसान केसरी पर अपनी सेवाएं दे रहे थे, इन्होने अपने करियर की शुरूआत चौपाल टीवी में कंटेंट राइटिंग से की और पिछले कई सालों से लगातार ऊँचाइयों को छूते जा रहे हैं ।
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