Onion Price News: नासिक जिले के 15 मंडियों में प्याज के व्यापारी और कमीशन एजेंट हड़ताल पर चले गए हैं, जिससे प्याज की खरीद-बिक्री बंद हो गई है. इस हड़ताल के कारण प्याज की कीमतें बढ़ने लगी हैं।
हड़ताल के परिणामस्वरूप प्याज की कीमतों में वृद्धि:
- नासिक जिले के मंडियों में प्याज के व्यापारी और कमीशन एजेंट ने हड़ताल का आलंब लिया है, जिससे प्याज की आपूर्ति प्रभावित हो गई है और कीमतें बढ़ने लगी हैं।
- नई दिल्ली में प्याज की खुदरा कीमत 40 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है, जिससे आम लोगों को खर्च में वृद्धि का सामना करना पड़ रहा है।
हड़ताल के परिणामस्वरूप प्याज की आपूर्ति प्रभावित हो सकती है:
- हड़ताल ने सिर्फ नासिक जिले की 15 मंडियों में हुई है, जबकि नासिक से प्याज सिर्फ उत्तर और उत्तर पूर्व भारत में ही जाता है।
- मध्य प्रदेश, गुजरात, और अन्य राज्यों से आयातित प्याज भी इन बाजारों में उपलब्ध हैं, इसलिए प्याज की सप्लाई में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है।
प्याज व्यापारियों के कारण हड़ताल:
- प्याज व्यापारियों का कहना है कि सरकार ने प्याज के व्यापार में बढ़ती हस्तक्षेप की वजह से वे हड़ताल पर गए हैं।
- सरकार ने हाल ही में प्याज निर्यात पर 40% निर्यात शुल्क लगाया है, जिसका असर प्याज के कारोबार और आय पर पड़ रहा है।
- सरकारी एजेंसियों नेशनल एग्रीकल्चरल को-ऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NAFED) और नेशनल को-ऑपरेटिव कंज्यूमर फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NCCF) अब कई बाजारों में प्याज की खुदरा बिक्री कर रहे हैं, जिसका भी प्याज के व्यापारियों पर प्रभाव पड़ रहा है।
- व्यापारियों की मांग है कि सरकार प्याज के निर्यात पर लगाए गए निर्यात शुल्क को खत्म करें और केंद्रीय एजेंसियों NAFED और NCCF को बाजारों में प्याज की खुदरा बिक्री नहीं करनी चाहिए।
महाराष्ट्र और केंद्र सरकार के प्रयास:
- महाराष्ट्र सरकार और केंद्र सरकार प्याज व्यापारियों की हड़ताल खत्म कराने के लिए पूरी कोशिश कर रही हैं।
- केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल भी हड़ताली व्यापारियों से बातचीत की है, लेकिन इसका भी कोई नतीजा नहीं निकला है।
यह हड़ताल प्याज की कीमतों में वृद्धि के साथ-साथ आपूर्ति पर भी प्रभाव डाल सकती है, जिससे लोगों को महंगाई का सामना करना पड़ेगा। व्यापारियों की मांग है कि सरकार इस मुद्दे पर गंभीरता से ध्यान दें और समस्या का समाधान ढूंढें।