Haryana New Districts: हरियाणा के नए जिले: हरियाणा दिवस के मौके पर, प्रदेश को पांच नए जिलों की गिफ्ट मिलने की संभावना है। इस के लिए व्यापक स्तर पर बैठकों का आयोजन किया जा रहा है, साथ ही इन जिलों की गठन की तैयारियाँ भी जारी हैं। आज के दैनिक अखबार “पंजाब केसरी” और “दैनिक जागरण” ने इस समाचार को प्रमुखता से प्रकाशित किया है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सरकार ने अपने पिछले कार्यकाल में 2016 के दिसंबर में चरखी दादरी को राज्य के 22वें जिले के रूप में शामिल किया था। अब इसका प्रासंगिक खबर मिल रहा है कि पांच नए जिलों की घोषणा की जा सकती है।
वर्तमान में हांसी और डबवाली दो पुलिस जिले मौजूद हैं। सूत्रों के अनुसार, प्रदेश की गठबंधन सरकार ने हांसी और डबवाली के साथ-साथ असंध, गोहाना, और मानेसर को नए जिलों के रूप में घोषित कर सकती हैं।
यह घोषणा 1 नवंबर को हरियाणा दिवस के अवसर पर हो सकती है, और मुख्यमंत्री ने इसकी घोषणा करने के लिए नौ सालों के कार्यकाल के समापन पर, करनाल में होने वाली रैली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी का भी उल्लंघन कर सकते हैं।
हरियाणा का गठन होने के बाद, 1966 के 1 नवंबर को, राज्य में सात जिले थे: रोहतक, जींद, हिसार, महेंद्रगढ़, गुरुग्राम, करनाल, और अंबाला।
2017 तक, इन जिलों को दोबारा व्यवस्थित करके 15 नए जिले बना दिए गए हैं। 2016 के 1 दिसंबर को हरियाणा सरकार ने चरखी दादरी को 22वें जिले के रूप में शामिल किया था। क्षेत्रफल की दृष्टि से सिरसा सबसे बड़ा जिला है।
विधानसभा में कई विधायकों ने अपने विधानसभा क्षेत्रों को नए जिलों के रूप में शामिल करने की मांग की है, जो राज्य सरकार के सामने है।
हरियाणा में नए जिले बनाने के लिए कुछ शर्तें हैं:
- जिले का क्षेत्रफल कम से कम एक लाख हेक्टेयर होना चाहिए और पड़ोसी जिले के मुख्यालय से 30 किलोमीटर से अधिक दूर होना चाहिए.
- क्षेत्र में कम से कम200 गांवों का होना आवश्यक है, और उपमंडलों की संख्या कम से कम तीन से चार होनी चाहिए, जो क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं.
- ये शर्तें नए जिलों के गठन के लिए महत्वपूर्ण हैं और सरकार को इन पैरामीटर्स का पालन करके नए जिलों की घोषणा करनी होती है। इसके बाद ही नए जिलों का गठन संभव हो सकता है।
- क्षेत्र की आबादी कम से कम पांच से सात लाख होनी चाहिए।