Manohar Lal: हरियाणा मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आपने सशक्त और आत्मनिर्भर युवाओं की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाने का संकल्प लिया है। उन्होंने युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं और कदम आयोजित की हैं। इस लेख में, हम उनके महत्वपूर्ण पहल को और उनकी योजनाओं को विस्तार से जानेंगे।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार का लक्ष्य हर युवा को रोजगार से जोड़ने का है, ताकि प्रदेश का कोई भी युवा बेरोजगार न रहे और हरियाणा आत्मनिर्भर बने। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने युवाओं के स्वाभिमान की रक्षा के लिए सरकारी नौकरियों को मिशन मैरिट में बदला है। पिछले 9 सालों में युवाओं को योग्यता के आधार पर बिना खर्ची पर्ची के 1 लाख 10 हजार से अधिक सरकारी नौकरियां देकर उनका मनोबल बढ़ाया है। इस वर्ष 60 हजार नौकरियां देने का लक्ष्य है, जिनमें से 41 हजार 217 पदों पर भर्ती प्रक्रिया चल रही है। इसके अलावा, विगत 9 वर्षों में निजी क्षेत्र में भी रोजगार और स्व रोजगार के विभिन्न अवसर उपलब्ध करवाएं हैं। परिणास्वरूप 47 लाख 40 हजार से अधिक युवाओं को रोजगार मिला है।
हरियाणा कौशल रोजगार निगम: युवाओं को स्वरोजगार के लिए मदद
हरियाणा मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने एक उद्घाटन सत्र में हरियाणा कौशल रोजगार निगम के माध्यम से युवाओं को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की शुरुआत की है। इस निगम के माध्यम से, हरियाणा के युवाओं को उनकी कौशलों और योग्यता के आधार पर रोजगार दिया जाएगा। यह योजना उन युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है जिनकी आय 1 लाख रुपये से कम है और जो स्वरोजगार की तलाश में हैं।
रोजगार मेले: युवाओं को नौकरी के अवसर प्रदान करने का मंच
मुख्यमंत्री ने हरियाणा में रोजगार मेलों का आयोजन करके रोजगार चाहने वालों और रोजगार प्रदान करने वालों के बीच एक मंच प्रदान किया है। इसके परिणामस्वरूप, पिछले 9 वर्षों में प्रदेश में 1889 रोजगार मेले आयोजित किए गए हैं और 1.4 लाख से ज्यादा युवाओं को निजी क्षेत्र में रोजगार मिला है।
कौशल विकास: युवाओं को रोजगार सक्षम बनाने के लिए महत्वपूर्ण धारा
हरियाणा कौशल विकास मिशन के माध्यम से, हरियाणा मुख्यमंत्री ने युवाओं को उनकी कौशलों का विकास करने के लिए विशिष्ट प्रशिक्षण और पाठ्यक्रम प्रदान किया है। इसके परिणामस्वरूप, लगभग 80,000 से अधिक युवाएं विभिन्न क्षेत्रों में आत्मनिर्भर बनने के लिए तैयार हो चुके हैं।
विपणिप्रवृत्ति: युवाओं को व्यापारिक योग्यता का विकास करने का अवसर
हरियाणा सरकार ने विपणिप्रवृत्ति कार्यक्रम के तहत युवाओं को व्यापारिक योग्यता का विकास करने का अवसर प्रदान किया है। इसके अंतर्गत, विपणिप्रवृत्ति स्कीम के माध्यम से, विपणी युवाओं को न्यूनतम निवेश के साथ व्यापार शुरू करने के लिए ऋण दिया जाएगा।
कौशल केंद्र: युवाओं को कौशल सिखाने का मौका
हरियाणा मुख्यमंत्री के नेतृत्व में कई कौशल केंद्र स्थापित किए गए हैं जिनके माध्यम से युवाओं को विभिन्न कौशलों का अधिग्रहण करने का मौका मिल रहा है। ये केंद्र युवाओं को विभिन्न कौशलों जैसे कि वेब डिजाइनिंग, मोबाइल रिपेयर, ग्राफिक डिजाइनिंग, ब्यूटी थैरेपी, रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए तैयार कर रहे हैं।
क्रेडिट योजना: युवाओं को स्वयं उद्यमिता के लिए सामग्री प्रदान करने का अवसर
हरियाणा सरकार ने क्रेडिट योजना के माध्यम से युवाओं को स्वयं उद्यमिता के लिए सामग्री प्रदान करने का अवसर प्रदान किया है। इसके अंतर्गत, युवाओं को उनके उद्यमिता प्रकल्पों के लिए वित्तीय सहायता और ऋण की पेशकश की जाएगी।
कृषि प्रशिक्षण: युवाओं को कृषि सेक्टर में रोजगार के अवसर
हरियाणा मुख्यमंत्री के नेतृत्व में कई कृषि प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किए गए हैं जिनके माध्यम से युवाओं को कृषि सेक्टर में रोजगार के अवसर प्रदान किए जा रहे हैं। इन केंद्रों पर कृषि संबंधित प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है, जिससे युवाएं कृषि सेक्टर में आत्मनिर्भर हो सकते हैं।
वर्ष 2023-24 में 2 लाख बेरोजगार युवाओं को राष्ट्रीय कौशल योग्यता ढांचे के लिए कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने का लक्ष्य
मनोहर लाल ने कहा कि सरकारी क्षेत्र में नौकरियां सीमित हैं। ऐसे में शत-प्रतिशत युवाओं को नौकरी देना सरकार के लिए मुश्किल काम है। इसलिए सरकार ने बीड़ा उठाया है कि युवाओं को कौशल विकास व गुणवत्तापरक शिक्षा देकर इतना सशक्त बनाया जाए कि वे नौकरी मांगने वाले की अपेक्षा नौकरी देने वाले बनें। हमारा लक्ष्य वर्ष 2023-24 में 2 लाख बेरोजगार युवाओं को राष्ट्रीय कौशल योग्यता ढांचे के लिए कौशल प्रशिक्षण प्रदान करना है। इसके लिए हरियाणा कौशल विकास मिशन के माध्यम से विशिष्ट प्रशिक्षण और पाठ्यक्रम चलाए जा रहे हैं। हरियाणा कौशल विकास मिशन के तहत 80 हजार से अधिक युवाओं को कौशल प्रदान किया जा चुका है ताकि वे अपने पैरों पर खड़े हो सकें।
उन्होंने कहा कि आजकल इंडस्ट्रीज को ऐसे युवाओं की आवश्यकता है जो नवीनतम तकनीक के अनुसार उद्योगों की मांगों को पूरा कर सकें। इसलिए हमने प्रदेश में अप्रेंटिसशिप प्रशिक्षण पर विशेष ध्यान दिया है। प्रति लाख जनसंख्या के आधार पर पूरे देश में हरियाणा राज्य में अधिकतम अप्रेंटिस लगाए गये हैं। कौशल प्राप्त युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने के लिए उद्योगों को बढ़ावा देना बहुत जरूरी है। इसलिए सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों को गति देने के लिए राज्य में अलग से एम. एस. एम. ई. विभाग का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि विदेशों में रोजगार तलाश करने वाले युवाओं की संख्या काफी अधिक है। लेकिन ये युवा कई बार विदेश भेजने का झांसा देने वाले जालसाजों के जाल में फंस जाते हैं। हमने उन्हें विदेशों में शिक्षा व रोजगार दिलाने के लिए विदेश सहयोग विभाग बनाया है। विदेश में रोजगार के अवसर तलाशने वाले युवाओं के कॉलेज में ही निःशुल्क पासपोर्ट बनाए गये अब तक 26 हजार 895 युवाओं के पासपोर्ट बनाये गये।
सीएम खट्टर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सपना है कि हमारे युवाओं को ऐसी शिक्षा मिले, जो उन्हें रोजगार सक्षम बनाए, चरित्रवान बनाए और उनमें नैतिक गुणों का समावेश करे इसी दिशा में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की गई है। हमने नई शिक्षा नीति के मूल उद्देश्य को प्राप्त करने की दिशा में स्कूल से लेकर विश्वविद्यालय तक की शिक्षा को कौशल से जोड़ा है। उन्होंने युवाओं को आधुनिक रोजगारपरक विषयों का शिक्षण व प्रशिक्षण उपलब्ध करवाने के लिए हमने श्री विश्वकर्मा कौशल विकास विश्वविद्यालय की स्थापना भी की है। हरियाणा देश का पहला राज्य है, जहां शिक्षित बेरोजगार युवाओं को हर महीने 100 घण्टे का मानद काम देने के लिए सक्षम युवा योजना चलाई जा रही है। इसके तहत लगभग 4 लाख युवाओं को मानद कार्य उपलब्ध करवाया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव तथा सूचना लोक संपर्क भाषा एवं संस्कृति विभाग के महानिदेशक डॉ अमित अग्रवाल उपस्थित रहे।