Bihar Caste Census Report: बिहार में हाल ही में हुई जाति आधारित सर्वे के आंकड़े जारी किए गए हैं, जिनसे समाज के विभिन्न वर्गों की संख्या और आर्थिक स्थिति का पता चला है। इस सर्वे के अनुसार बिहार में पिछड़ा वर्ग, अत्यंत पिछड़ा वर्ग, और सामान्य वर्ग की संख्या क्या है, इसके बारे में हम यहाँ विस्तार से जानेंगे।
बिहार की जनसंख्या:
- पूरे बिहार की जनसंख्या: 13 करोड़ 7 लाख 25 हजार 310
- बिहार के बाहर रहने वालों की संख्या: 53 लाख 72 हजार 22
- बिहार में रहने वालों की कुल जनसंख्या: 12 करोड़ 53 लाख 53 हजार 288
जाति आधारित सर्वे के आंकड़े:
वर्ग | प्रतिशत |
---|---|
पिछड़ा वर्ग | 27.13% |
अत्यंत पिछड़ा वर्ग | 36.01% |
सामान्य वर्ग | 15.52% |
जातियों की संख्या:
इस सर्वे के अनुसार, बिहार में कुछ प्रमुख जातियों की संख्या निम्नलिखित है:
- कुर्मी जाति: 2.87%
- अनुसूचित जाति: 19.65%
- कुशवाहा जाति: 4.21%
- राजपूत जाति: 3.41%
- ओबीसी जाति: 36.01%
- पिछड़ा वर्ग: 27.12%
धार्मिक विवरण:
- हिन्दू: 82%
- मुसलमान: 17.7%
- ईसाई: 0.05%
- बौद्ध धर्म: 0.08%
- अन्य: 0.16%
जेंडर आंकड़े:
- पुरुष: 6 करोड़ 41 लाख 31 हजार 990
- महिलाएं: 6 करोड़ 11 लाख 38 हजार 460
मुख्यमंत्री का संदेश:
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस सर्वे के परिणामों के साथ एक संदेश दिया है, जिसमें उन्होंने बताया कि इस जाति आधारित सर्वे के परिणामों के आधार पर सरकार विकास कार्रवाई करेगी और सभी वर्गों के उत्थान के लिए कदम उठाएगी।
इस सर्वे के माध्यम से समाज के अलग-अलग वर्गों की समस्याओं को समझने का मौका मिला है और सरकार अपनी योजनाओं को इन आंकड़ों के आधार पर बेहतर बना सकती है।
इससे बिहार के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ा है, और जाति आधारित सर्वे के परिणाम समाज के साथ सबको साझा किए जा रहे हैं।