Solar and Lunar Eclipse in October 2023: 14 अक्टूबर को आ रहा है एक महत्वपूर्ण घटना, जिसे हम सूर्यग्रहण के रूप में जानते हैं। यह घटना आसमान पर चारों ओर एक अद्वितीय और आकर्षक पूर्वदृश्य प्रदान करती है, जिसे देखकर लोग अद्भुत अनुभव करते हैं। सूर्यग्रहण का इतिहास विश्वास के साथ जुड़ा हुआ है, और इसे विभिन्न प्राचीन संस्कृतियों में महत्वपूर्ण माना जाता है।
सूर्यग्रहण की तारीख और समय:
- सूर्यग्रहण का आरंभ: 14 अक्टूबर 2023, रात्रि 08:34 बजे
- सूर्यग्रहण का समापन: 15 अक्टूबर 2023, 02:26 बजे
सूर्यग्रहण के स्थान:
- इस सूर्यग्रहण को विभिन्न भौगोलिक स्थानों पर देखा जा सकेगा, जैसे कि अमेरिका, मैक्सिको, ब्राज़ील, कोलंबिया, आदि देशों में।
सूतक का महत्व: सूतक का समय सूर्यग्रहण से पहले होता है और इसके बारे में जानकारी होना महत्वपूर्ण है। सूतक का समय व्यक्ति के जीवन में कई प्रकार से लागू होता है, जैसे कि जन्म, मरण, और ग्रहण काल में। यहां कुछ सूतक के प्रकार हैं:
- जन्म सूतक: किसी के जन्म के समय का सूतक उसके हवन होने तक या 40 दिन का काल माना जाता है।
- मरण सूतक: किसी के मरने के समय में 13 दिन या 40 दिन का सूतक माना जाता है।
- ग्रहण सूतक: ग्रहण काल में सूतक लगता है, जो सूर्यग्रहण या चंद्रग्रहण के समय होता है। सूर्यग्रहण का सूतक 12 घंटे पहले शुरू होता है, जबकि चंद्रग्रहण का सूतक 9 घंटे पहले शुरू होता है।
सूतक के नियम:
- सूतक काल में मंदिर में नहीं जाना चाहिए और भगवान को स्पर्श नहीं करना चाहिए।
- सूतक काल में मंदिर के कपाट बंद होते हैं और पूजा पाठ बंद किया जाता है।
- सूतक काल के दौरान दान, पूजा, और धर्मिक क्रियाएँ नहीं की जाती हैं।
अगला चंद्र ग्रहण:
- 29 अक्टूबर 2023 को, 01:06 बजकर 06 मिनट पर शुरू होगा और 02:22 बजकर 22 मिनट पर समाप्त होगा।
- भारत में इस चंद्र ग्रहण की अवधि 1 घंटा 16 मिनट होगी।
इसलिए, सूर्यग्रहण और चंद्रग्रहण के समय सूतक के नियमों का पालन करना महत्वपूर्ण है और इससे ग्रहण के कई अशुभ प्रभाव कम हो सकते हैं। इस अवसर पर, मंदिरों में दर्शन करने के लिए सूतक काल में न जाएं और उचित ध्यान और नियमों का पालन करें।