मिडिल ईस्ट में चल रहे इजराइल-फिलिस्तीन संघर्ष के बीच, पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इजाफा की संभावना है, और इसका प्रभाव भारतीय बाजारों पर भी हो सकता है। इसे जानने के बाद, सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि आने वाले दिनों में पेट्रोल और डीजल के दामों में इजाफा होने की संभावना है।
कच्चे तेल की उपलब्धता पर नजर: वास्तव में, कच्चे तेल की उपलब्धता की कमी के कारण, कच्चे तेल की कीमतों में इजाफा हो रहा है। यहां तक कि अगर कच्चे तेल की सप्लाई में और भी कमी होती है, तो कीमतों में इजाफा होना तय है। इसके बाद, सरकार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इजाफा करना पड़ सकता है.
हरदीप सिंह पुरी का बड़ा बयान: केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इस संदर्भ में एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार तीन मुख्य चुनौतियों का सामना कर रही है – उपलब्धता, सामर्थ्य, और स्थिरता. उन्होंने उपलब्धता को लेकर चिंता नहीं होने की बात की है क्योंकि भारत अब अपने कच्चे तेल की आपूर्ति को दुनिया के विभिन्न देशों से प्राप्त कर सकता है।
वहीं, सामर्थ्य के मामले में उन्होंने साबित किया कि सरकार किसी भी प्रकार की सामर्थ्य कमी का सामना नहीं कर रही है, और उपलब्ध तेल की मात्रा में कमी होने पर कीमतों में इजाफा हो सकता है।
इजराइल और हमास संघर्ष: केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इजराइल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष के संदर्भ में भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि भारत आतंकवाद को निन्दा करता है और आतंकवाद की निंदा करना जारी रखेगा।
यह घातक संघर्ष उपलब्धता पर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इजाफा की संभावना उत्पन्न कर सकता है, और इसका असर भारतीय बाजारों पर हो सकता है। इसलिए, उपयुक्त कदमों की ओर ध्यान देने की आवश्यकता हो सकती है, ताकि भारतीय उपभोक्ताओं को ज्यादा बेहतर मूल्य मिले।