केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई विश्वकर्मा योजना के तहत कारीगरों को मिलेगा बड़ा फायदा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस योजना को और भी आकर्षक बनाया है और कहा है कि सरकार आठ फीसदी तक सब्सिडी देगी।
इसके साथ ही, कोलेटरल फ्री लोन के रूप में कारीगरों को पांच फीसदी की बेहद सस्ती ब्याज दर पर ऋण प्रदान किया जाएगा। इस योजना के तहत सरकार आर्थिक सहायता के साथ-साथ उन्नत कौशल प्रशिक्षण, डिजिटल तकनीक, और सामाजिक सुरक्षा की सुविधा भी प्रदान करेगी।
विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य
विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य विभिन्न कौशलिक श्रेणियों के कारीगरों को वित्तीय सहायता और प्रशिक्षण प्रदान करके उनके आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है।
इस योजना के अंतर्गत स्वर्णकार, लोहार, राजमिस्त्री, पत्थर की मूर्ति तराशने वाले मूर्तिकार, नाई, नाविक, और अन्य क्षेत्रों के कारीगर शामिल हैं।
योजना के मुख्य फायदे
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विश्वकर्मा योजना के मुख्य फायदे निम्नलिखित रूप में बताए:
कोलेटरल फ्री लोन: इस योजना के तहत कारीगरों को कोलेटरल फ्री लोन प्रदान किया जाएगा, जिस पर सब्सिडी भी दी जाएगी। प्रारंभ में लोगों को एक लाख रुपये का ऋण मिलेगा, और 18 महीने तक भुगतान करने के बाद वे अतिरिक्त दो लाख रुपये का ऋण प्राप्त कर सकेंगे।
कौशल प्रशिक्षण: योजना के घटकों में कौशल प्रशिक्षण की सुविधा दी जाएगी, जिससे कारीगर अपने कौशलों को और भी महार्षि बना सकेंगे।
डिजिटल तकनीक और सामाजिक सुरक्षा: योजना के अंतर्गत कारीगरों को डिजिटल तकनीक का ज्ञान, ब्रांड प्रचार, स्थानीय और वैश्विक बाजारों के साथ संपर्क, और डिजिटल भुगतान की भी सुविधा प्रदान की जाएगी।
दैनिक भत्ता: प्रत्येक लाभार्थी को 500 रुपये का दैनिक भत्ता प्रदान किया जाएगा।
टूलकिट प्रोत्साहन: योजना के अंतर्गत टूलकिट प्रोत्साहन के रूप में 15,000 रुपये का अनुदान दिया जाएगा।
डिजिटल लेनदेन प्रोत्साहन: डिजिटल लेनदेन के लिए महीने में 100 लेनदेन तक करने पर प्रति लेनदेन एक रुपये का प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा।
आवेदन प्रक्रिया
विश्वकर्मा योजना का आवेदन आधिकारिक वेबसाइट या निकटतम निगम/संगठन के कार्यालय में किया जा सकता है। आवेदन की पूरी प्रक्रिया और आवश्यक दस्तावेजों के बारे में जानकारी आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध होगी।
इस योजना के तहत, कारीगरों को अपने व्यवसाय को बढ़ावा देने और आर्थिक स्वतंत्रता पाने का अवसर मिलेगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के इस पहल के माध्यम से, बड़ी संख्या में कारीगर अपने व्यवसायों को आगे बढ़ाने का सपना पूरा कर सकेंगे।