राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना (सफेद कार्ड) के तहत दो लाख से अधिक लोगों को योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। वे फ्री गेहूं और चावल का इंतजार कर रहे हैं। केंद्र सरकार के योजना कोटा के कारण सफेद कार्ड में यूनिट नहीं बढ़ा पा रहा है और नए सफेद राशन कार्ड भी नहीं बन रहे हैं।
हरिद्वार जिले में 4.25 लाख राशन कार्ड हैं, जिनमें अंत्योदय (गुलाबी) राशन कार्ड की संख्या 36232, सफेद राशन कार्ड की संख्या 2.18 लाख है, और राज्य खाद्य सुरक्षा योजना (पीले) के 1.70 लाख राशन कार्ड हैं। 604 कोटे की दुकानों से कार्ड धारकों को राशन प्राप्त कराया जाता है।
सबसे अधिक मांग सफेद कार्ड की हो रही है। करीब 40,000 से अधिक परिवारों के सफेद राशन कार्ड बनाए जाने की आवश्यकता है। केंद्र सरकार ने ग्रामीण क्षेत्र में 65% और शहरी क्षेत्र में 52% कोटा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के लिए निर्धारित किया है।
जिले के जो कोटा केंद्र ने निर्धारित किया है, उसके अनुसार कार्ड बना दिए गए हैं। इसके बाद इसकी साइट पर कैपिंग लग गई है। सफेद राशन कार्ड के लिए आवेदन करने वालों को विभाग द्वारा पीला कार्ड बनाने को भी कहा जा रहा है, लेकिन वे इसमें रुचि नहीं ले रहे हैं।
केंद्र सरकार से राशन के कोटे को बढ़ाने की मांग के साथ जिले में अपात लोगों के खिलाफ एक अभियान चलाया जाएगा। केंद्र सरकार से कोटे को बढ़ाने पर लोगों को नए सफेद राशन कार्ड बनाए जाएंगे।