Chanakya Niti : महिलाएं, समाज का आदर्श, धर्म, और सृजनात्मकता की मूर्ति होती हैं। हमारे पुराने शास्त्रों ने महिलाओं को एक अद्भुत अर्थात् ईश्वर की उपहार माना है। हां, वास्तव में, महिलाएं समाज के लिए अद्वितीय हैं, परंतु क्या आप जानते हैं कि चाणक्य नीति में कहा गया है कि महिलाओं के चरित्र को समझ पाना कितना कठिन हो सकता है? इस लेख में, हम आपको बताएँगे कि चाणक्य नीति के अनुसार महिलाओं के आचार, विचार, और शरीर के विभिन्न पहलुओं का महत्व क्या है।
महिलाओं के आचार- विचार
चाणक्य नीति के अनुसार महिलाओं को उनके चेहरे उनके आचार उनके विचार उनके शरीर की बनावट के आधार पर भी जाना जा सकता है। कि किस स्वभाव की महिला आपके साथ है एक तरफ तो स्त्री को देवी माना जाता है वही ऐसे कारणों की वजह से ऐसी स्त्रियां नफरत का कारण बन जाती है।
महिला के पैर की उंगलिया
चाणक्य नीति के अनुसार जिस महिला के पैर की कनिष्ठा उंगली या उसके साथ वाली उंगली धरती को छू ना पाती हो, अंगूठे के साथ वाली अंगुली ज्यादा लंबी हो ऐसी स्त्रियां हालात और परिस्थितियों के अनुसार अपना चरित्र बदल लेती हैं। ऐसी महिलाएं स्वाभाव में क्रोधी बहुत होती हैं, जिन पर नियंत्रण कर पाना मुश्किल होता है इन पर कभी भी विश्वास नहीं किया जा सकता।
महिला के पैर की बनावट
जिस महिला के पैर पिछला भाग अत्याधिक मोटा हो ऐसी महिलाएं घर के लिए अशुभ मानी जाती है इसके उल्टा अगर पैर का पिछला भाग बहुत ज्यादा पतला हो सुखी हो ऐसी महिला अपने जीवन में बहुत सारे दुखों का सामना करती हैं। महिला के पेट अगर घड़ी की तरह होता है तो वह महिला पुरा जीवन गरीबी और दरिद्रता में गुजारती है। महिला के पेट अधिक लंबा गद्देदार होता है तो यह खराब किस्मत की निशानी है ललाट माथा अधिक लंबा हो ऐसी महिला अपने देवर के लिए अशुभ होती हैं ।
स्त्री की हथेली
जिस स्त्री की हथेली पर ऐसा कोई चिन्ह हो जो किसी मांसाहारी पक्षी या पशु जैसे कौआ सांप उल्लू भेड़िया इनकी तरह दिखता हो उस महिला पर दुखों का साया रहता है ऐसी महिला जीवन सुख और धन से वंचित रहती है महिला का शो अच्छा नहीं होता जिन महिलाओं के आंखें चंचल और स्लेटी रंग की होती है बहुत ही उत्तम मानी जाती है।
अस्वीकरण: यहाँ दी गई तमाम जानकारी सामान्य सिद्धांतों पर आधारित है। झलको हरियाणा डॉट कॉम इसकी पुष्टि नही करता है।